नमामि गंगे के एसटीपी में हुए नरसंहार की हो जांच, मृतकों के परिवार को नौकरी और एक करोड़ रूपये दिए जाय – उनियाल
हल्द्वानी। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल ने नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्य सचिव , सचिव पेयजल और प्रबंध निदेशक उत्तराखंड पेयजल निगम को ज्ञापन प्रेषित किया जिसमे उनियाल ने विगत 19 जुलाई और 20 जुलाई 2023 को चमोली में नमामि गंगे के एसटीपी में हुए दर्दनाक हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारीयों और संचालन करने वाली कंम्पनी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
उनियाल ने कहा कि एसटीपी का संचालन करने वाली कम्पनी ने लापरवाही की है जिसके कारण निर्दोष लोगों की जान गयी है , उन्होंने सरकार से प्रत्येक मृतक परिवार के लिए एक करोड़ मुआवजा की और घायलों के लिए बीस लाख मुआवजे की मांग की है।
उनियाल ने कहा कि नमामि गंगे द्वारा किये जा रहे अन्य कार्यों की भी जांच की जानी चाहिए जिससे इस तरह की घटनाओं की पुर्नवृति न हो।
उनियाल ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि एसटीपी का कार्य करने के लिए जिन अधिकारियों ने टेंडर जारी किये थे उनकी भी उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए जिससे भविष्य में ऐंसी घटना दोबारा न हो। एसटीपी का टेंडर करने से लेकर संचालन करने तक पेयजल निगम के वही अधिकारी आज भी उसी क्षेत्र में कार्य कर रहे है, जांच को अधिकारी प्रभावित करवा सकते हैँ। इन्हे तुरंत पेयजल निगम के महप्रबंधक गंगा अनुरक्षण मंडल, हरिद्वार से हटाया जाना चाहिए, जो ग्यारह वर्षों से इसी क्षेत्र में एक्सन से लेकर महप्रबंधक पद पर कार्यरत है. साथ ही ऊर्जा निगम की लापरवाही भी जाँच होनी चाहिए।
नमामि गंगे के एसटीपी बनाने के लिए जारी हुए टेंडरों की जांच होनी चाहिए क्योंकि एक एसटीपी पर (चमोली) ही एक समय में ही बहुत बड़ा नरसंहार इन भ्रस्ट अधिकारियो के कारण हुआ है .
उनियाल ने प्रत्येक मृतक आश्रित के परिवार में किसी एक को नौकरी तथा एक करोड़ रुपये धनराशि तथा घायलों को 20, लाख रुपये मुआवज़ा दिया जाए
ज्ञापन देने वालों में उक्रांद के केंद्रीय महामंत्री सुशील उनियाल, उक्रांद के नगर अध्यक्ष हल्द्वानी हरीश जोशी, सोनू राजपूत, नवीन जोशी आदि मौजूद थे।