पेंशनर्स परिषद के महाधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि बोले पिटकुल एमडी ध्यानी, पेंशनर्स से विरासत में मिले कार्य अनुभवों से आज ऊर्जा विभाग बढ़ रहा है शीर्ष की ओर
देहरादून। विद्युत पेंशनर्स परिषद उत्तरांचल का आठवां महाधिवेशन इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स, देहरादून के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पिटकुल के प्रबंध निदेशक पी.सी.ध्यानी, विशिष्ट अतिथि यूजेवीएन लिमिटेड के निदेशक परियोजनाएं एस.सी.बलूनी तथा निदेशक वित्त सुधाकर बडोनी थे। विद्युत पेंशनर्स परिषद के अध्यक्ष आर.पी. थपलियाल ने उपस्थित अतिथियों एवं पेंशनर्स परिषद के सदस्यों का स्वागत करते हुए विद्युत पेंशनर्स परिषद की गतिविधियों एवं विगत कार्यकारिणी द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी प्रदान की। उन्होंने तीनों निगमों के प्रबंधन से अनुरोध किया कि पेंशनर्स से जुड़े मुद्दों पर रचनात्मक रुख अपनाते हुए उनका सकारात्मक हल निकालने के प्रयास किए जाएं। पेंशनर परिषद के महासचिव जी.एस.जैन ने अपने प्रतिवेदन में तीनों निगमों के प्रबंधन को पेंशनर्स की समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग पत्र प्रस्तुत किया। महाधिवेशन में पचहत्तर वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पेंशनर्स का अभिनंदन भी किया गया। इसी कड़ी में 93 वर्षीय विष्णु प्रसाद गुप्ता तथा 90 वर्षीय एस.एन.नैथानी का अभिनंदन किया गया।
मुख्य अतिथि पी.सी.ध्यानी ने इस अवसर पर प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों से आए ऊर्जा विभाग के सेवानिवृत्त कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि कि पेंशनर्स आज भी हमारे अंग हैं और जब कभी भी आवश्यकता होगी तो उनके लंबे अनुभव का लाभ तीनों निगमों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पेंशनर्स से विरासत में मिले कार्य अनुभवों से आज ऊर्जा विभाग शीर्ष की ओर बढ़ रहा है। आज हम पारेषण के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे दूरस्थ क्षेत्रों में भी निर्बाध विद्युत आपूर्ति की जा रही है। निगमों की कार्यसंस्कृति बेहतरीन हो रही है तथा अधिकारी एवं अभियंता किसी भी प्रकार की समस्या के निवारण के लिए तत्परतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। इसके पीछे अनुभवी एवं कुशल प्रबंधन है जो कि कार्यरत कार्मिकों के साथ ही सेवानिवृत्त एवं पेंशनर्स के साथ परिवार की तरह सहयोगी भूमिका में खड़ा है।
ध्यानी ने पेंशनर्स के चिकित्सा, पेंशन एवं जीवन प्रमाणपत्र से संबंधित एवं अन्य समस्याओं पर निगम प्रबंधन द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने भविष्य में भी इसी प्रकार निगमों द्वारा पेंशनर्स की समस्याओं का निराकरण करने का भी आश्वासन दिया। अपने संबोधन में विशिष्ट अतिथि सुधाकर बडोनी ने कहा कि प्रबंधन हर समय पेंशनर्स की मांगों के प्रति पूर्ण जागरूक रहता है तथा उनके समाधान को प्राथमिकता देता है। यूजेवीएन लिमिटेड के निदेशक परियोजनाएं एस.सी.बलूनी ने कहा कि पेंशनर्स द्वारा अपने कार्यकाल में स्थापित की गई परिपाटी पर चलते हुए आज निगम दक्षता से कार्य कर रहे हैं। हम ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में निरंतर बेहतरीन कार्य कर रहे हैं तथा विगत वर्षों में हमने कई परियोजनाओं को पूर्ण कर ऊर्जीकृत किया है। बेहतर कार्यसंस्कृति अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए उन्होंने पेंशनर्स को धन्यवाद भी दिया।
इस अवसर पर मंचासीन मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा परिषद की स्मारिका का विमोचन भी किया गया। स्मारिका में पेंशन परिषद द्वारा किए गए कार्यों एवं सदस्यों की रचनाओं को शामिल किया गया है।
महाधिवेशन के द्वितीय सत्र में विभिन्न शाखाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी शाखाओं की गतिविधियों एवं समस्याओं से केन्द्रीय कार्यकारिणी को अवगत कराया। महाधिवेशन में अगले कार्यकाल हेतु नई कार्यकारिणी का चुनाव भी किया गया जिसमें निम्न पदाधिकारियों का चुनाव सर्वसम्मति से किया गया।
केन्द्रीय कार्यकारिणी का गठन किया जिसमे अध्यक्ष – आर.पी.थपलियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष- एस.के.जैन, उपाध्यक्ष – मधुसूदन चंदोला, उपाध्यक्ष – हरप्रसाद, महासचिव – ज्ञानस्वरूप जैन, अतिरिक्त सचिव – मेघ बहादुर निर्वाचित हुए , इसके अतिरिक्त कुमाऊं क्षेत्र से उपाध्यक्ष – श्यामलाल भूटानी, उपसचिव – जीवनलाल, सदस्य – जमुना दत्त पांडे जबकि गढ़वाल क्षेत्र से उपाध्यक्ष – सनाउल हक, उपसचिव – नरेश कुमार गुप्ता, सदस्य – सोमेन्द्र कुमार त्यागी तथा प्रीतम कुमार सिंघल, सदस्य कोटद्वार – दरबान सिंह नेगी, सदस्य डाकपत्थर – सलीम अंसारी तथा राकेश शर्मा को निर्वाचित किया गया।
इस अवसर पर जी.एन.कोठियाल, इंसारुल हक, एस.के.रस्तोगी, हरप्रसाद गुप्ता, मेघ बहादुर थापा, जे.पी.तोमर, ललित मोहन डोबरियाल, सुमन प्रकाश, एम.डी.शर्मा एवं गोविन्द शाही आदि के साथ ही बड़ी संख्या में उत्तराखंड तथा अन्य राज्यों में निवास कर रहे परिषद के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। महाधिवेशन में उपस्थित सदस्यों ने विश्वास व्यक्त किया कि नई कार्यकारिणी विद्युत पेंशनर्स की समस्याओं के निराकरण में सक्रिय भूमिका निभाएगी।