बिंदाल के बाद एमडी ध्यानी पंहुचे काशीपुर, वृक्षारोपण के साथ ही अधिकारियों को दिए बाढ़ से बचाव हेतु निर्देश
काशीपुर। उत्तराखण्ड के लोकपर्व हरेला पर पिटकुल के प्रबन्ध निदेशक पी०सी० ध्यानी द्वारा उत्तराखण्ड के समस्त ऊर्जा कर्मियों को उक्त बहुमूल्य पर्व की महत्वता बताने के क्रम में गढ़वाल क्षेत्र के 132 के0वी0 उपकेन्द्र बिन्दाल परिसर के उपरान्त उक्त तिथि को ही कुमायूँ क्षेत्र के 400 के0वी0 विधुत उपकेन्द्र काशीपुर पहुचकर वृक्षारोपण कर एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया। वृक्षारोपण के उपरान्त उनके द्वारा पर्यावरण की वर्तमान परिस्थितियों में हरेला पर्व की महत्वता एवं आवश्यकता के सम्बन्ध में अवगत कराते हुए पिटकुल परिवार के समस्त सदस्यो से आहावन किया गया है कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने घरों पर अथवा अपने आस पास जहां भी सम्भव हो सके अधिक से अधिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना महत्वपूर्ण एवं अमूल्य सहयोग दे। इसके अतिरिक्त उनके द्वारा हरेला पर्व के साथ ही स्वास्थ्य के सम्बन्ध में अवगत कराया गया कि यदि आस-पास वातावरण स्वच्छ होगा तो सभी को उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होगा।
इसके उपरान्त प्रबन्ध निर्देशक द्वारा 400 के०वी० परि० एवं अनु० उपकेन्द्र, काशीपुर का निरीक्षण किया गया जिसके दौरान उपकेन्द्र परिसर पर साफ सफाई एवं उपकेन्द्र तथा यार्ड में सुरक्षा मानको के अनुरूप कार्यों एवं यंत्रो की उचित रख-रखाव पर प्रसन्ना व्यक्त की गई तथा वर्तमान में अत्याधिक वर्षा के कारण क्षेत्र में निर्बाध विधुत आपूर्ति बनाये रखने हेतु सभी अधिकारियो एवं कर्मचारियों को मुख्यालय में उपास्थित रहने हेतु निर्देशित किया गया है। कुमायूं भ्रमण के दौरान अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गयी, जिसमें हितेंद्र ह्यानकी मुख्य अभियंता के नेतृत्व में पूरी टीम द्वारा वारिश के कारण विद्युत उपकेन्द्रो व टावरों के बाढ़ से बचाने के लिए रेते के कट्टे, बोल्डर व लकड़ियों के बड़े बड़े डाट डालकर नदी के वहाव को बदल कर ग्रिड को बचाने तथा कुमायूं क्षेत्र को अन्धकार से बचाने के लिए प्रशंसा व्यक्त की गयी।
इस अवसर पर प्रबन्ध निदेश पी०सी०ध्यानी के साथ ही अरूण सबरवाल कम्पनी सचिव, एच०एस० हयांकी मुख्य अभियन्ता कुमांयू जोन, ए०के० जुयाल महा प्रबन्धक, ए०एम०बिष्ट अधीक्षण अभियन्ता, पी०क० भास्कर अधीक्षण अभियन्ता, डी०पी० सिंह अधीक्षण अभियन्ता, राकेश बिज्लवान अधिशासी अभियन्ता, आसिम बेग अधिशासी अभियन्ता आदि उपास्थित रहे ।