खनन विशेषज्ञ रहे हरदा के विवादास्पद काल मे खनन रहा लूट का जरिया- चौहान
पूर्व सीएम के कार्यकाल मे खनन लूट का स्रोत जबकि आज प्रदेश के राजस्व का जरिया
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व सीएम हरदा राजनीतिज्ञ के साथ साथ खनन विशेषज्ञ भी रहे हैं और उनका कार्यकाल विवादों के अलावा खनन माफिया की धमाचौकड़ी के लिए भी जाना जाता है।
खनन पर पूर्व सीएम की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए चौहान ने कहा कि पूर्व सीएम के कार्यकाल मे खनन लूट का स्रोत था, जबकि आज प्रदेश के राजस्व का बेहतर जरिया बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 400 करोड़ राजस्व पाँच महीने में अप्रैल से अगस्त में प्राप्त हुआ है जो कांग्रेस कार्यकाल मे खनन से प्राप्त राजस्व से तीन गुना अधिक है। वहीं पिछले वर्ष के मुक़ाबले दो गुना राजस्व अर्जित करने में सफलता मिली है। हरिद्वार या अन्य स्थानों मे 4 माह के लिए खनन बन्द रहता है, लेकिन वह बेवजह खनन को लेकर अपने विशेषज्ञ होने का ढोल पीट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अवैध खनन को प्रश्रय देने वाले पूर्व सीएम खनन प्रेम मे इतने डूबे रहे कि गंगा को नहर घोषित करने का बाक़ायदा उन्होंने शासनादेश जारी किया और विरोध होने पर बाद मे माफ़ी भी माँगी। उस समय पुलिस के पहरे मे अवैध खनन होता था। राम नगर मे डीएफओ को वाहन से रौंदने की घटना हो या थानेदार की चेयर पर खनन माफिया का बैठने की सुर्खियों से समाचार पत्र पटे रहे।
चौहान ने कहा कि आज अवैध खनन पर रोक लगी तो कांग्रेस खनन माफियाओं की आवाज बन गयी है। आम जन इसे भली भाँति जानता है कि किन नदियों से मामूली राजस्व प्राप्त होता था आज वह कैसे प्रदेश के राजस्व मे वृद्धि का कारण बन रही है। कांग्रेस को जबाब देने के बजाय दुष्प्रचार कर रही है। राज्य के संसाधनों की लूट करने वाली कांग्रेस को जनता ने जो दंड दिया है वह पूरा नही हुआ है और उसे पाश्चाताप की जरूरत है।