भारतीय जनता पार्टी जनहित के कामों पर ध्यान देने के बजाय लगातार चुनावी रणनीति पर लगी हुई है – बिष्ट

भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सत्ता की हनक में जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डरा धमका करके लालच डेकरके, खरीदफ़रोख्त करके अपनी पार्टी में शामिल करने का एक अभियान चलाकर के लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है।

हरिद्वार के पंचायत चुनाव में चुनाव परिणाम आने के बाद जो तस्वीर उभर कर के आई, उसमें जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों में जीतने वालों की संख्या निर्दलीय के रूप में सबसे ज्यादा थी। सत्ता के लगातार दुरुपयोग तथा मतगणना मे लगातार धांधली  और जीते हुए को पुनर्मतगणना में हराने के बावजूद भाजपा इस चुनाव में बुरी तरह से पिछड़ कर तीसरे स्थान पर थी। लेकिन तीसरे नंबर पर रही भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सत्ता की हनक में जिला पंचायत सदस्यों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डरा धमका करके लालच डेकरके, खरीदफ़रोख्त करके अपनी पार्टी में शामिल करने का एक अभियान चलाकर के लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है।

अपनी हार की निराशा से हतोत्साहित होकर के बौखलाई भाजपा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, विधानसभा भर्ती घोटाले के साथ-साथ अंकिता हत्याकांड में लगातार जनता के निशाने पर है। सरकार की लाख कोशिश के बाद भी स्थिति को संभाल नहीं पा रही है। रही सही कसर हरिद्वार पंचायत चुनाव में जो जनादेश आया वह भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में न होकर भाजपा इस चुनाव में तीसरे नंबर पर थी। लेकिन सत्ता के दुरुपयोग करते हुए भाजपा ने जिस तरह से जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डरा कर धमकाकर लालच दे कर के अपने साथ शामिल करने का अभियान चलाया है वह लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है सरकार का यह अभियान लोगों का ध्यान भटकाने के साथ-साथ अंकिता हत्याकांड के साथ नौकरियों के भर्ती घोटालों में चाहे वह यूपी ट्रिपल एससी का हो चाहे वह विधानसभा का भर्ती घोटाला हो उससे लोगों का ध्यान किस तरह हटे और सरकार के दामन पर जो कीचड़ के छींटे पद रहे हैं वह कैसे दूर हो, इसके लिए निम्न स्तर के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। लेकिन सरकार के ऐसे हथकंडों के बाद भी लोगों का गुस्सा बरकरार है।
कांग्रेस की हालत भाजपा से भी ज्यादा खराब है। उनकी विधायक ममता राकेश के बेटा और बेटी दोनों बच्चे इस पंचायत चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हो गए। जिससे कांग्रेसी भारी हताश में है.. कांग्रेस के नेताओं हरीश रावत- देवेन्द्र यादव-प्रितम सिंह- कारण महरा के झगड़े आए दिन अखबारों की सुर्खियों में है। कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह जी ने अपने प्रभारी पर एक नहीं बल्कि अनेक आरोप लगाकर के सार्वजनिक रूप से बयान बाजी की है। कांग्रेस के आपसी झगड़ों में फंसे होने के कारण सरकार को इस तरह घपले, घोटाले, खरीद फरोख्त के कामों को करने में पूरी सहूलियत मिल रही है। इसी का परिणाम है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों जो विधानसभा भर्ती घोटाले में जनता के निशाने पर है, वह राज्य की जनता के हितों पर चोट करने का काम कर रहे हैं।

राज्य की जनता पिछले 6 महीने में और उससे पहले के 5 साल में लगातार अपने को ठगा महसूस कर रही है। उन्होंने जिस व्यक्ति के नाम पर भाजपा को दोबारा सत्ता में लाने की गलती कि अब उन मोदी से भी भरोसा उठ गया है इसी कारण हरिद्वार में 44 में से केवल 11 सीटों पर सिमट गई थी। कुल मिलाकर कह सकते हैं कि राज्य के ज्वलंत मुद्दे सरकार की प्राथमिकता ना हो करके सरकार की प्राथमिकता केवल और केवल चुनाव जीतने की है। भाजपा में अब नैतिकता नाम की कोई चीज बची हुई नहीं है। भारतीय जनता पार्टी जनहित के कामों पर ध्यान देने के बजाय लगातार चुनावी रणनीति पर लगी हुई है। हरिद्वार पंचायत चुनाव के बाद निकाय चुनाव की तैयारी करेंगे, उसके बाद लोकसभा की करेंगे, उसके बाद फिर पंचायत चुनाव की तैयारी करेंगे फिर 2027 की विधानसभा की तैयारी करेंगे और इसी में इनके 5 साल गुजर जाएंगे। जनता देखती रह जाएगी। आम आदमी पार्टी अपने नेता अरविंद केजरीवाल के सिद्धांतों पर चलते हुए जन सरोकारों की रक्षा के लिए सरकार की गैर जिम्मेदाराना हरकत के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष करने के लिए तैयार है। आम आदमी पार्टी पूरे प्रदेश में जन जागरण अभियान चलाकर के लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। सरकार की कमियों को बताने का काम करेंगे, सरकार ने जो घोटाले किए हैं केवल नौकरी भर्ती में नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी घोटाले हुए हैं उन सारे घोटालों को जनता के बीच में ले जाकर के सरकार की चालाकी से जनता को अवगत करा करके देवभूमि की जनता को एक नए आंदोलन के लिए तैयार करेगी।

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