ऋषिकेश। नगर निगम स्थित पंडित दीनदयाल पार्क पर उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर पंडित उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया।
सोमवार को मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि गरीबों व माँ भारती की सेवा करने के भाव को लेकर जबरदस्त उत्साह, जज्बे, जुनून और विश्वास के साथ, वे 1937 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए। इसके बाद जनसंघ के महासचिव के रूप में राजनीति में कदम रखा और 29 दिसम्बर 1967 को जनसंघ के अध्यक्ष बने। उन्होने 1951 से 1967 तक इस जिम्मेवारी का बखुबी निर्वहन किया।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि पण्डित दीन दयाल जी एक ऐसी व्यवस्था के विरोधी थे जो रोजगार के अवसर को कम करती है लेकिन सामाजिक समानता, पूंजी और सत्ता के विकेंद्रीकरण के पक्षधर थे। स्वतंत्रता, समानता और न्याय की गारंटी देने वाली भारतीय संस्कृति पर उनका विचार बिल्कुल स्पष्ट था। भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सुशासन के लक्ष्य को आगे बढ़ाने में व ग्रामीणों का जीवन स्तर ऊंचा उठाने में दीन दयाल उपाध्याय जी के पदचिन्हों का अनुसरण किया।
मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन में देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ‘‘लोकल से वोकल’’ का सपना देखना वास्तव में हमारे लिए खुशी की बात है। प्रधानमंत्री की इस सोच में पण्डित दीन दयाल जी के विचार पूरी तरह झलकते है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि उनकी प्रतिज्ञा थी कि हमें हर भारतवासी को भारत माता की संतान होने पर गर्व का अनुभव करवाना है। हम भारत माता को ‘‘सुजलां, सुफलां‘‘ के वास्तविक अर्थों को धरातल पर उतारने में स्वयं को समर्पित कर देंगे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा, मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, कृष्ण कुमार सिंघल, प्रदीप दुबे, बृजेश शर्मा, इंद्र कुमार गोदवानी, चेतन शर्मा, जिलाध्यक्ष महिला मोर्चा कविता शाह, महामंत्री नितिन सक्सेना, पवन शर्मा, संजय शास्त्री, राजपाल ठाकुर, मण्डल अध्यक्ष माधवी गुप्ता, रूपेश गुप्ता, हरीश तिवाडी, पार्षद राजेश दिवाकर, राकेश परछा, राधे जाटव, शम्भू पासवान, देवदत्त शर्मा, जगावर सिंह, मोनिका गर्ग, सुधा असवाल, स्वाति शर्मा, सीमा रानी, ज्योति पांडेय, रीता गुप्ता, त्रिलोक परमार, हैप्पी सेमवाल, विनोद भट्ट आदि उपस्थित रहे।