देहरादून। कहते हैं जब किसी अपने को चोट लगती है तो दर्द अपने को ही होता है , इसी वाक्य को चरितार्थ कर रहे हैं पिटकुल के एमडी प्रकाश चंद ध्यानी। जब पिटकुल के टावरों को उफनती नदी से खतरा महसूस हुवा तो इस अधिकारी ने रात्रि में सुरक्षा उपाय करना उचित समझा।
विगत रात्रि जब भारी बारिश के कारण नदी नाले उफान पर थे तो कई अधिकारी अपनी सुरक्षा की चिंता में अपने घरों में सोये रहे होंगे, लेकिन पिटकुल के इस अधिकारी ने अपनी जान की परवाह नहीं की बल्कि अपने निगम व निगम के अन्य शिफ्ट में कार्य करने वाले अधिकारियों की की सुरक्षा चिंता ने उन्हें बैचेन कर दिया।
इसका आलम यह रहा की ध्यानी रात्रि लगभग 1:30 बजे उफनाई बिंदाल नदी पंहुच गए और अपनी टीम के साथ विद्युत टावरों की सुरक्षा की देख रेख में लग गए। ध्यानी ने अपने अधीनस्थों को नदी से टॉवरों की सुरक्षा हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।