आम आदमी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आज प्रदेश संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी-अडानी घोटाला देश की आजादी का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। 2014 में अडानी की संपत्ति थी 37000 करोड़। 2018 में संपत्ति हुई 59000 करोड। 2020 में संपत्ति हुई ढाई लाख करोड़। 2022 में संपत्ति हुई 13 लाख करोड़ हो गयी।
मोदी ने एक व्यक्ति को देश के सारे संसाधन देकर उसको दुनिया का दूसरे नंबर पर सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया। अडानी को मोदी जी ने कोयला, गैस, बिजली, पानी, सड़क, सीमेंट, स्टील, एयरपोर्ट, सीपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण कारोबार सौंप दिए। इस प्रकार आकाश से लेकर पाताल तक भारत में जो कुछ भी मोदी जी के हाथ में था वह सब कुछ अडानी को सौंप दिया। इससे आगे बढ़कर मोदी जी ने अदानी को बांग्लादेश में बिजली का ठेका दिलवाया। श्रीलंका में बिजली का ठेका दिलवाया। ऑस्ट्रेलिया में माइनिंग दिलवाई। जब ऑस्ट्रेलिया में प्राइवेट बैंक अदानी को कर्जा देने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे, तो मोदी जी ने अदानी को 7.5 हजार करोड रुपए का कर्जा एसबीआई से दिलवाया। मोदी जी ने अडानी को अन्य वित्तीय संस्थाओं से ढाई लाख करोड़ का कर्ज दिया। जब अडानी की कंपनियां घाटे में चलने लगी तो मोदी जी ने अडानी के 84 हजार करोड़ रूपए का कर्जा माफ कर दिया।
उन्होंने आगे कहा एक कि बेरोजगार को, किसान को, रेहड़ी वाले को, बेरोजगार नौजवान को जब ढाई लाख का कर्ज चाहिए, यदि एक मजदूर को अपनी बेटी की शादी के लिए ढाई लाख का कर्जा चाहिए तो उसकी चप्पल घिस जाएगी लेकिन उसे कर्जा नहीं मिलेगा और मोदी जी ने अडानी को बिना औपचारिकता पूरी किए ढाई लाख करोड़ का कर्जा दे दिया।
मॉरीशस जैसे देश में, कैरेबियाई जैसे देशों में जो टैक्स हेवेन देश कहे जाते हैं, जिन देशों में कर की छूट है, उन देशों में 38 फर्जी कंपनियां खोलकर अडानी ने विदेशों का अपना कई हजार करोड़ रुपये का काल धन अपनी कंपनी में लगाया। जब उसने यह पैसा अपनी कंपनियों पर लगाया तो शेयर के दाम बढ़ गए। जबकि कंपनी का कोई मुनाफा नहीं हुआ था। कंपनी के मुनाफे के हिसाब से उसके शेयर के दाम नहीं बढ़ रहे थे, बल्कि विदेशों से जो काला धन अडानी अपनी कंपनियों में लगा रहा था, उसके हिसाब से शेयर के दाम बढ़ रहे थे। भारत में उसके शेयर ओवर वैल्यू हो रहे थे। यह वास्तविक दाम नहीं था। लेकिन गलत ढंग से अपने शेयर के दाम बढ़ाकर अदानी ने एसबीआई, एलआईसी, पंजाब नेशनल बैंक आदि तमाम बैंकों से कर्ज ले लिया। अदानी ने यह सारा कर्ज अभी चुका नहीं पाया क्योंकि सभी कंपनियां तो घाटे में चल रही थीं।
जब इन सब बातों का खुलासा हुआ तो मोदी की सरकार अब इस से भाग रही है। वह जवाब नहीं दे रही है। हमारी पार्टी सरकार से जेपीसी बनाने की बात कर रहे हैं। हम उनसे यह भी पूछ रहे हैं कि आपने एक ही व्यक्ति को इतना फायदा क्यों दिया?
एलआईसी में इस देश के करोड़ों लोगों का पैसा लगा है। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसा लगाया है। किसी ने बुढ़ापे की पेंशन के लिए पैसा लगाया है। घर में कोई बीमार हो जाए उसके लिए पैसा लगाया है। मकान बनाने के लिए पैसा लगाया है। एसबीआई में लोगों ने इसलिए पैसा लगाया है कि मुसीबत में वह पैसा उनके काम आएगा। लेकिन आज एलआईसी और एसबीआई में करोड़ों लोगों का पैसा डूब रहा है। 65,400 करोड रुपए 8 दिन में एलआईसी का डूब गया।
आम आदमी पार्टी जेपीसी से इसकी जांच कराने की मांग कर रही है? अगर मोदी गलत नहीं हैं, तो वह जांच से क्यों भाग रहे हैं?
हकीकत यह है कि गलत तरीके से कमाया गया यह काला धन अडानी से भाजपा को जाता है? भाजपा उस पैसे को विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगाती है? इसलिए ही अब तक ना ईडी अडानी के खिलाफ कार्यवाही करती है, ना सीबीआई कोई कार्यवाही करती है और ना सेबी कार्यवाही करती है। विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई करनी होती है तो सारी संस्थाएं सक्रिय हो जाती हैं। सब को जेल में डालने लग जाते हैं। फर्जी कार्रवाई करने के लिए ईडी, सीबीआई, सेबी सभी लगे रहते हैं। लेकिन जब इतना बड़ा घोटाला पकड़ा गया है, दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा के मोदी जी ने अडानी के साथ मिलकर दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला किया है।
आम आदमी पार्टी संसद से लेकर सड़कों पर मोदी सरकार के इस महा घोटाले के खिलाफ मजबूती से लड़ेंगे। इसी के अंतर्गत कल देहरादून मे भी उत्तराखंड प्रभारी दिनेश मोहनिया जी के नेतृत्व में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया जा रहा है।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ आर पी रतूड़ी , गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद ,प्रवक्ता कमलेश रमन, सीमा कश्यप आदि उपस्थित थे।