वित्त मंत्री ने अपने शुक्रवार के बयान का हवाला देते हुए कहा कि आरबीआई पहले ही बता चुका है कि बैंक क्षेत्र मजबूत और स्थिर है। अमेरिकी ‘शॉर्ट सेलर’ और वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग ने करीब 10 दिन पहले अडाणी समूह के खिलाफ कंपनी संचालन के मोर्चे पर गड़बड़ी के कई आरोप लगाए थे। अहमदाबाद स्थित अडाणी समूह ने सभी आरोपों का खंडन किया है और इसे भारत पर सुनियोजित हमला करार दिया है। अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में गिरावट के कारण इसके एफपीओ को पूरा अभिदान मिलने के बावजूद रद्द कर दिया गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों के निजीकरण के लिए वित्त वर्ष 2022-23 में की गई घोषणा के बारे में पूछने पर सीतारमण ने कहा कि उस बारे में ऐसी कोई ताजा जानकारी नहीं है, जिसे वह बता सकती हैं। इस मौके पर वित्त सचिव टी वी सोमनाथन अपनी उस टिप्पणी पर कायम रहे, जिसमें उन्होंने अडाणी प्रकरण को चाय के प्याले में उठा तूफान बताया था। एक गैर-महत्वपूर्ण मुद्दे पर जरूरत से अधिक चिंता की जा रही है। सोमनाथ ने वोडाफोन आइडिया में बकाया राशि को इक्विटी में बदलने के फैसले पर कहा कि यह लेनदेन सभी दूरसंचार कंपनियों को पेश किए गए पैकेज के तहत किया जा रहा है।
दीपम सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि वोडाफोन आइडिया के शेयरों में गिरावट के बावजूद लेनदेन 10 रुपये प्रति शेयर के भाव पर किया गया है, क्योंकि कानूनों के अनुसार शेयर के अंकित मूल्य पर तरजीही आवंटन होता है। एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा कि पुरानी कर व्यवस्था को खत्म करने के लिए कोई समयसीमा तय नहीं की गई है और सरकार ने केवल एक नई कर व्यवस्था पेश की है, जो सरल है और जिसमें दरें कम हैं। अधिकारियों ने इस बात से भी इनकार किया कि इससे अर्थव्यवस्था में बचत पर असर पड़ेगा।
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि नागरिकों को यह तय करने के लिए विकल्प दिए जा रहे हैं कि वे अपने धन का क्या करना चाहते हैं। गिफ्ट सिटी के लिए विवादास्पद पी-नोट पेश करने पर एक सवाल का जवाब देते हुए, सोमनाथन ने कहा कि इससे दूसरे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश हमेशा किसी भी कथित जोखिम को कम करने का अधिकार रखता है।