चमोली। जोशीमठ में राहत एवं पुनर्वास कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि/बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने मंगलवार को जोशीमठ पालिका सभागार में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते हुए राहत कार्यो की समीक्षा की और सभी के सुझाव लिए।
अजेन्द्र अजय ने कहा कि जोशीमठ हमारी संस्कृति, आस्था और सामरिक दृष्टि से प्रदेश का महत्वपूर्ण नगर है। केन्द्र और राज्य सरकार जोशीमठ आपदा प्रभावित लोगों के लिए गंभीरतापूर्वक काम करते हुए हर संभव सहयोग प्रदान कर रही है। सरकार द्वारा प्रभावित लोगों के हितों को ध्यान रखते हुए पुनर्वास के लिए भी आदर्श व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ आपदा में सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। राहत शिविरों में प्रभावितों के लिए भोजन, पेयजल, चिकित्सा आदि सभी सुविधाएं मुहैया की जा रही है।
सरकार द्वारा प्रभावित भवन स्वामियों को विशेष पुनर्वास पैकेज के तहत अग्रिम धनराशि 1.00 लाख प्रति परिवार तथा प्रभावितों को सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं के लिए एकमुश्त विशेष ग्रांट गैर समायोज्य राशि के तहत 50 हजार प्रति परिवार दी गई है। किराएदारों को भी समान ढुलाई हेतु 50 हजार दिए गए है। साथ ही घरेलू सामग्री क्रय हेतु 5 हजार प्रति परिवार की राहत धनराशि तत्काल अवमुक्त करते हुए वितरित की है।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है। जोशीमठ चारधाम यात्रा का मुख्य केन्द्र है। यहां पर सकारात्मक माहौल बनाया जाए। ताकि हमारे स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित न हो। इस दौरान उन्होंने स्थानीय जन प्रतिनिधियों से महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए।
बैठक में जन प्रतिनिधियों एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों ने बैठक को एक अच्छी पहल बताते हुए सरकार द्वारा संचालित राहत कार्यों की सराहना की। उन्होंने पुनर्वास के संदर्भ मे अपने सुझाव भी रखे। कहा कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति तक राहत कार्यो की जानकारी दी जाए। इस पर बीकेटीसी के अध्यक्ष ने राहत कार्यो में लगे सभी सेक्टर अधिकारियों के माध्यम से राहत शिविरों में प्रभावित लोगों तक सरकार द्वारा प्रदत्त राहत कार्यो की जानकारी देने के निर्देश दिए। कहा कि प्रभावितों के मन की शंका और समस्याओं का समाधान करें।
इस दौरान जोशीमठ आपदा राहत कार्यो की जानकारी देते हुए मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र ने बताया कि जोशीमठ नगर क्षेत्र में भू-धंसाव के कारण अभी तक 863 भवनों को चिन्हित किया गया है जिनमें दरारें मिली है। इसमें से 181 भवन असुरक्षित जोन में है। जोशीमठ में आपदा प्रभावित 278 परिवारों के 933 सदस्यों को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविरों में रूकवाया गया है। राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा इत्यादि मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। वर्तमान तक राहत शिविरों में 851 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। शीतलहर को देखते हुए राहत शिविरों में प्रभावितों के लिए हीटर, गरम कपडे, कंबल उपलब्ध कराए जा रहे है। सार्वजनिक स्थानों, चौराहों एवं राहत शिविरों के आसपास 20 स्थानों पर नियमित रूप से अलाव की व्यवस्था की गई है।
प्रभावित परिवारों के तीक्ष्ण एवं पूर्ण क्षतिग्रस्त भवनों, विशेष पुनर्वास पैकेज की अग्रिम धनराशि, सामान ढुलाई व तात्कालिक आवश्यकताओं एकमुश्त विशेष ग्रांट और घरेलू सामग्री क्रय हेतु 571 प्रभावितों क़ो 378.27 लाख की राहत धनराशि वितरित की जा चुकी है।
बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार, माधव प्रसाद सेमवाल, ऋषि प्रसाद सती, सुभाष डिमरी, नितिन व्यास, लक्ष्मण सिंह रावत, नितेश चौहान, जगदीश सती सहित एसडीएम कुमकुम जोशी आदि उपस्थित थे।