देहरादून 20 जनवरी| विधानसभा से बर्खास्त कार्मिकों के धरने के 33वें दिन कर्मचारियों को कड़कड़ाती ठंड और बारिश का सामना करना पड़ा. ठंड में भी बर्खास्त कर्मचारी न्याय के लिए सड़क पर हैं।
शुक्रवार को बारिश के चलते भी विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारी छाता लेकर धरना स्थल पर पहुंचे, जमीन भीगी होने की वजह से कार्मिकों ने बारिश में छाता पकड़कर खड़े-खड़े ही धरना दिया। कार्मिकों का कहना है कि चाहे जो भी हो जाये जब तक उनको न्याय नहीं मिलेगा वो अपना धरना समाप्त नहीं करेंगे। बर्खाश्त कर्मियों का कहना है कि विधानसभा सचिवालय ने कर्मचारियों को अवैध ठहरा कर पहले तो रोजगार छीना साथ ही समाज में भी कर्मचारियों की छवि को धूमिल करने का काम गया। कार्मिकों का कहना है कि उम्र के इस पड़ाव पर रोजगार मिलना मुश्किल है जिससे भविष्य में उनके बच्चों के लिए संकट मंडरा रहा है, बच्चों को पालना उनके सामने चुनौती बन गया है| अगर कर्मचारियों को न्याय नहीं मिला तो कामिक आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होंगे|
इस दौरान कुलदीप सेमवाल, अमित रावल, विजय चौहान, हरीश भट्ट, भूपेंद्र बिष्ट, दिनेश खाली, विकेश चंद, मयंक रावत, कविता फर्त्याल, सरोज, मीनाक्षी, ममता, प्रतिभा, राजकिशोर, नीरज, अरविंद सिंह भंडारी, पंकज सिंह सहित समस्त बर्खास्त कार्मिक मौजूद रहे|
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